गाजीपुर में सनसनीखेज मुठभेड़: तमंचों से पुलिस पर बरसाईं गोलियां, लेकिन कानून के शिकंजे से नहीं बच सके अपराधी — तीनों दबोचे गए, असलहा बरामद
गाजीपुर। तीन शातिर अपराधी आज गाजीपुर पुलिस के फौलादी इरादों के आगे घुटने टेकने को मजबूर हो गए।
इनमें एक पच्चीस हजार का इनामी बदमाश भी शामिल है, जो पहले कई वारदातों में वांछित चल रहा था।
खानपुर और सैदपुर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हुई मुठभेड़ में तीनों के पैरों में गोली लगी, और मौके पर ही गिरफ्त में आ गए।
कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?
2 जुलाई को एसपी डॉ ईरज राजा के निर्देश पर जिले में अपराधियों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था।
थानाध्यक्ष खानपुर अपनी टीम के साथ पोखरा मोड़ पर चेकिंग कर रहे थे, तभी तीन संदिग्ध बाइक सवार बिना हेलमेट तेज़ी से भुझउआ की ओर आते दिखे। रोकने का प्रयास हुआ, तो बदमाशों ने बाइक पुलिस टीम पर चढ़ाने की कोशिश की और फरार हो गए।
तुरंत पीछा करते हुए थाना प्रभारी ने RT सेट से कंट्रोल रूम और थाना सैदपुर को सूचना दी।
सैदपुर पुलिस ने बूढ़ीपुर मोड़ पर सख्त घेराबंदी की, और जब अपराधियों ने खुद को फंसा पाया — देशी तमंचों से पुलिस पर जानलेवा हमला करते हुए तीन राउंड फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीनों अपराधियों के पैरों में गोली लगी। उन्हें घायल अवस्था में CHC खानपुर भेजा गया।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अविनाश यादव पुत्र स्व. भरत यादव 25,000 का इनामी, ग्राम कूड़ालंबी थाना खानपुर, विकास उर्फ करिया यादव पुत्र रामकुँअर, ग्राम नरकटा फोक, थाना चंदवक, जिला जौनपुर, देवेंद्र उर्फ कल्लू चौहान पुत्र वीरेंद्र चौहान, ग्राम कैंथवलिया थाना खानपुर है।

पूछताछ में सभी ने कबूला-
साहब हम मुकदमों में वांछित थे, पकड़े जाने से बचने के लिए फायरिंग की।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम प्रभारी निरीक्षक सैदपुर मय टीम व थानाध्यक्ष खानपुर मय टीम शामिल रहे।