गाजीपुर। डीएम ऑफिस के भीतर मंगलवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक फरियादी ने डिप्टी डायरेक्टर चकबंदी (डीडीसी) आयुष चौधरी पर थप्पड़ जड़ने का सनसनीखेज आरोप जड़ दिया। यही नहीं, डीडीसी पर विपक्षी से मिलीभगत और दबाव में काम करने का भी दावा किया गया।
पूरा मामला गाजीपुर के नसिरुद्दीनपुर गांव का है, जहां के रहने वाले राम अवध का अपने विपक्षी सीताराम से चकबंदी को लेकर विवाद चल रहा है। मंगलवार को राम अवध अपने बेटे ऋषिकेश और बेटी प्रियंका के साथ न्याय की गुहार लेकर डीएम ऑफिस पहुंचा था। लेकिन डीएम वहां मौजूद नहीं थे।
आरोप है कि इसी बीच कार्यालय में मौजूद डीडीसी ने ऋषिकेश पर वीडियो बनाने का आरोप लगाकर उसे थप्पड़ रसीद कर दिया। इसके बाद डीएम दफ्तर का माहौल अचानक बेकाबू हो गया। फरियादी परिवार ने कार्यालय के भीतर ही हंगामा शुरू कर दिया, नारेबाज़ी की और डीडीसी पर भ्रष्टाचार और पक्षपात के गंभीर आरोप लगाए।
मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीएम ने किसी तरह हालात संभाले और फरियादी पक्ष को कार्यालय परिसर से बाहर कराया। लेकिन जाते-जाते पीड़ित परिवार ने साफ कह दिया—“अगर कार्रवाई नहीं हुई तो डीएम ऑफिस के सामने आमरण अनशन शुरू करेंगे।”
वहीं प्रशासनिक अफसरों ने सभी आरोपों को नकारते हुए मामले को बेबुनियाद बताया है।
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