गाजीपुर। सड़क सुरक्षा को लेकर आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक रायफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में अनुपालन आख्या की समीक्षा करते हुए डीएम ने समय से न पहुँचने वाले अधिकारियों पर नाराज़गी जाहिर की। बीएसए व खण्ड शिक्षा अधिकारी की अनुपस्थिति तथा जिला विद्यालय निरीक्षक की देर से उपस्थिति पर उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा को लेकर सभी विद्यालयों में जागरूकता फैलाई जाए। प्रार्थना सभा के दौरान छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी दी जाए तथा अधिकारियों द्वारा स्कूलों में नियमित भ्रमण कर सघन अभियान चलाया जाए। सभी विद्यालयों के वाहनों की फिटनेस व परमिट की समीक्षा कर प्रमाणित किया जाए कि बिना वैध दस्तावेजों के कोई वाहन न चलाया जा रहा हो। यदि वाहन आउटसोर्सिंग से लिए गए हैं तो ऑपरेटर से भी प्रमाणपत्र लिया जाए। किसी प्रकार की लापरवाही पर विद्यालय प्रबंधन जिम्मेदार होगा।डीएम ने निर्देशित किया कि बिना लाइसेंस के छात्र दोपहिया वाहन से स्कूल न आएं और लाइसेंस धारकों के लिए हेलमेट अनिवार्य किया जाए। निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चों को लाने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जाए और अभिभावकों को सूचित किया जाए। सभी विद्यालयों में इंटरनल ट्रैफिक रूल्स कमेटी गठित कर हर माह इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को भेजी जाए।हिट एंड रन मामलों में त्वरित सहायता हेतु जागरूकता कार्यक्रम और कार्यशाला आयोजित करायी जाएं। गोल्डन ऑवर में घायल को चिकित्सा केन्द्र पहुँचाने हेतु 37 एम्बुलेंस तैनात हैं। हाईवे पर अवैध पार्किंग रोकने, हेलमेट, सीट बेल्ट और शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बैठक में 17 चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य की रिपोर्ट मांगी गई।बैठक में अपर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, स्वास्थ्य, एनएचएआई, परिवहन विभाग व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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