गाजीपुर। जिन हाथों में गांव की गलियों की सफाई की जिम्मेदारी थी, वे हाथ नदारद मिले! जिला पंचायत राज अधिकारी निलेन्द्र सिंह ने जब रेवतीपुर ग्राम पंचायत में औचक निरीक्षण किया, तो साफ हो गया कि यहां ‘काम’ नहीं, सिर्फ ‘हाजिरी का खेल’ चल रहा है।
निरीक्षण के दौरान सामने आया कि सफाईकर्मी चन्द्रप्रकाश रावत, जितेन्द्र कुमार रावत, और बृजेश कुमार पाण्डेय लगातार दो दिन से गायब हैं। वहीं दिनेश कन्नौजियाँ, सुरेश राम, नगीना राम और सुनील कुमार निरीक्षण के दिन ही मौक़े से गायब मिले यानी न काम, न जवाबदेही।

हद तो तब हो गई जब यह भी सामने आया कि दर्जनों सफाई कर्मचारी जिनमें पप्पू राज, मु. अनवर, दुधनाथ, संजय कुमार, अनिल कुमार भारती, पंकज कुमार शाहू, सिकन्दर भारती, विमला देवी, अनिल कुमार राम, बृजेश यादव, चन्दन कुमार जायसवाल, ओमप्रकाश सिंह कुशवाहा और मंयक कुमार शामिल हैं उपस्थिति रजिस्टर में न तो अपना नाम चढ़ाया और न ही हाजिरी लगाई।
डीपीआरओ ने सख्त लहजे में कहा कि सभी दोषियों से जवाब-तलब किया गया है और चेतावनी दी गई है उत्तर यदि संतोषजनक नहीं हुआ, तो विभागीय कार्यवाही की गाज सीधे नौकरी पर गिरेगी।
जमीनी हकीकत उजागर करने वाले इस छापे से पंचायत व्यवस्था में हड़कंप मच गया है। अब देखना यह है कि दोषियों पर कार्रवाई होती है या फिर फाइलों में मामला दफ्न हो जाता है।