गाजीपुर। सैदपुर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े मुड़ियार सहित दर्जनों गांव पिछले एक सप्ताह से बिजली के लिए तरस रहे हैं। बीते रविवार की तेज आंधी-तूफान ने कई स्थानों पर पेड़ और खंभों को धराशायी कर दिया, जिससे मुख्य विद्युत लाइनें टूट गईं। अब तक मरम्मत न होने से गांवों में अंधेरा, पेयजल संकट और भीषण उमस के कारण हालात बद से बदतर हो चुके हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि मोबाइल चार्ज न हो पाने से आपसी संपर्क भी टूट चुका है। बिजली न होने से शादी-विवाह जैसे सामाजिक आयोजनों पर ग्रहण लग गया है। खेतों में गेहूं की मड़ाई अधर में लटकी हुई है और सिंचाई ठप होने से सब्ज़ी की फसलें सूखने लगी हैं।
सबसे शर्मनाक बात यह है कि हादसे के पांच दिन बाद भी महज 2-4 किलोमीटर की दूरी तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। सैदपुर-भितरी मार्ग पर टूटे हुए मेन तार अब भी ज्यों के त्यों पड़े हैं, जो विभाग की लापरवाही का जीता-जागता सबूत हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों से संपर्क करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता। विद्युत विभाग की इस चुप्पी और निष्क्रियता ने पूरे इलाके को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर कर दिया है।
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