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Saturday, July 5, 2025
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गाजीपुर: निरीक्षण में विद्यालय पर अनुपस्थित पाये गए शिक्षक नेता, अब बना रहे दबाव, लगा गंभीर आरोप

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बीएसए साहब, खंड शिक्षा अधिकारी करंडा को दी जा रही धमकी

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गाजीपुर के जिलाध्यक्ष ने दिग्विजय सिंह पर संगठन के लेटर हेड के दुरूपयोग का लगाया आरोप

विभिन्न शिकायतो के क्रम मे शिक्षक नेता ने अपने खिलाफ चल रही जांच में दबाव बनाने के लिए अधिकारियों पर लगाया आरोप

(संवाद सूत्र करंडा)

गाजीपुर। खंड शिक्षा अधिकारी करंडा रवीन्द्र सिंह द्वारा शासन एवं विभागीय निर्देश के क्रम में दिनांक 15 मई 2025 को शिक्षा क्षेत्र करंडा ने विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में कंपोजिट विद्यालय ढेलवा पहुंचने पर खंड शिक्षा अधिकारी अवाक रह गये। उक्त विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह सहित कुल 5 शिक्षक विद्यालय पर बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे। विद्यालय पर अन्य 5 शिक्षक उपस्थित पाये गये। विद्यालय की दशा बहुत खराब पायी गयी। किचन कक्ष में दरवाजा नहीं था। प्रधानाध्यापक कक्ष व शिक्षण कक्षाओं में अनाज की बोरियां बिखरी पायी गयी। विद्यालय की पुस्तकें भी तितर बितर पायी गयी।   खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा नियमानुसार सभी अनुपस्थित शिक्षकों को पोर्टल पर अनुपस्थित करते हुये उक्त कार्य दिवस का वेतन बाधित कर दिया गया। बी ई ओ करंडा के इस कार्यवाही से प्रभारी प्रधानाध्यापक बौखला गये और अगले दिन मीडिया के माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारी करंडा के खिलाफ भ्रष्टाचार का बेबुनियाद आरोप लगाते हुये  बयान जारी कर दबाव बनाये जाने लगा। पूर्व में भी राष्ट्रीय समाचार पत्र दैनिक जागरण में दिनांक 10 सितंबर 2024 को प्रकाशित खबर ‘छात्राओ  से झाड़ू लगवाने पर भड़के अभिभावक-शिक्षक अनुपस्थित ‘ के आधार पर  जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गाजीपुर द्वारा कार्यवाही करते हुये प्रभारी प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह सहित सभी शिक्षकों का वेतन अवरूद्ध किया गया था। उक्त कार्य दिवस को भी दिग्विजय सिंह विद्यालय पर उपस्थित नहीं थे और जब गांव के लोग हंगामा करने लगे व उच्चाधिकारियों को खबर हुयी तो दिग्विजय सिंह द्वारा खुद के बचाव में मेडिकल लीव अप्लाई कर दिया गया और मीडिया में यह बयान दिया गया कि माता जी के इलाज हेतु वह अस्पताल गये हुये थे। इससे पूर्व में भी निरीक्षण में वह अनुपस्थित पाये गये थे।
  सूत्रों की माने तो कि पूर्ववर्ती वर्षों में अपने चहेते तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह के कार्यकाल में  दिग्विजय सिंह बी0आर0सी0करंडा पर उपस्थित होकर शिक्षकों के वेतन बिल बनाने का कार्य किया करते थे ब्लॉक की पी0एफ0एम0एस0 आई डी0 पासवर्ड भी अपने पास रखते थे एवं उसी दौरान जूनियर होने के बावजूद भी उन्होंने नियम विरूद्ध ढंग से विद्यालय के अन्य वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा आपत्ति करने के बाद भी विद्यालय का चार्ज ले लिया गया लेकिन वर्तमान खंड शिक्षा अधिकारी करंडा द्वारा जब इनको विद्यालय पर जाने हेतु निर्दैशित किया गया तो इन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी करंडा रवीन्द्र सिंह के पर्सनल वाट्सएप नंबर पर रात्रिकाल में अमर्यादित मैसेज भेजकर धमकी दी गयी। जिसकी शिकायत बी एस ए से करने पर दो सदस्यीय खंड शिक्षा अधिकारी सैदपुर व मुहम्मदाबाद द्वारा जांच करते हुये अपनी जांच रिपोर्ट बी एस ए को प्रेषित कर दी थी। सबसे दिलचस्प बात यह है कि कंपोजिट विद्यालय ढेलवा पर वरिष्ठतम शिक्षकों के होने के बावजूद कनिष्ठतम अध्यापक होते हुये भी दिग्विजय सिंह द्वारा अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर विद्यालय का चार्ज अपने नाम से कराकर लाखों रूपये आहरित कर लिया गया।
   वित्त लेखाधिकारी कार्यालय से शिक्षकों के ग्रेच्युटी संबंधित फाइल भी रिसीव कर गायब कर दिया गया जिस संदर्भ में वर्तमान मे खंड शिक्षा अधिकारी करंडा द्वारा बी0एस0ए0 महोदय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था। जब इस संदर्भ में खंड शिक्षा अधिकारी करंडा द्वारा नोटिस दी गयी तो पुनः उनके ऊपर दबाव बनाया जाने लगा। दिग्विजय सिंह द्वारा आये दिनों सोशल मीडिया पर कभी बी0एस0ए0तो कभी बी0ई0ओ0के खिलाफ अनाप शनाप रात्रिकाल में अमर्यादित बयान देकर सुबह होते ही डिलीट एवरीवन भी कर दिया जाताहै।
   राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गाजीपुर द्वारा वर्षों से दिग्विजय सिंह के ऊपर शिक्षकों से वसूली करने एवं संगठन के लेटर पैड का अविधिक रूप से दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया जाता रहा है। अब देखना है कि विद्यालय से गायब रहने वाले ऐसे शिक्षकों के विरूद्ध बेसिक शिक्षा विभाग क्या कार्यवाही करता है ?

बी0ई0ओ0करंडा-रवीन्द्र सिंह
मेरे द्वारा दिनांक 15 मई को कंपोजिट विद्यालय ढेलवा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित कुल 5 शिक्षक अनुपस्थित पाये गये। अन्य 5 शिक्षक विद्यालय पर उपस्थित पाये गये। जिनके द्वारा मौखिक रूप से यह बताया गया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक अक्सर विद्यालय समय में अनुपस्थित रहते हैं। मेरे द्वारा पोर्टल पर आनलाईन निरीक्षण करते हुये सभी अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन बाधित कर दिया गया है एवं विद्यालय में पायी गयी कमियों के संदर्भ में उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया जा चुका है।

बी एस ए गाजीपुर -हेमंत राव- शासन के निर्देश के क्रम में खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण किया जाता है।जो भी शिक्षक अनुपस्थित पाये जाते हैं उनके विरूद्ध मेरे द्वारा विभागीय कार्यवाही की जाती है। किसी भी दशा में नेतागिरी करते हुये विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों को बख्शा नहीं जायेगा। साथ ही जो खंड शिक्षा अधिकारी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जायेगी।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गाजीपुर जिलाध्यक्ष -डा राजेश सिंह सूर्यवंशी– मेरे द्वारा यह शिकायत बार बार बी एस ए के यहां की जाती रही है कि दिग्विजय सिंह व उनके कुछ सहयोगियों द्वारा असंवैधानिक ढंग से शासन से मान्यता प्राप्त संगठन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के लेटर पैड का दुरूपयोग किया जा रहा है। पूर्व में इन लोगों द्वारा शिक्षकों से धन उगाही भी की गयी थी जिसकी सूचना तत्कालीन पुलिस अधीक्षक महोदय से मेरे द्वारा मिलकर की गयी थी। प्रदेश संगठन द्वारा भी पत्र जारी कर यह स्पष्ट किया जा चुका है। संगठन के लेटर पैड का दुरूपयोग कर उच्चाधिकारियों पर दबाव बनाकर संघ व विभाग की छवि को धूमिल किया जा रहा है। इस संदर्भ में मेरे द्वारा आज पुनः बी एस ए महोदय को पत्र भेजा गया है एवं शीघ्र बी एस ए महोदय से मिलकर वार्ता भी की जायेगी।

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