गाजीपुर। करंडा क्षेत्र के सईतापट्टी विद्युत उपकेंद्र से संबंधित सभी गांवों में अघोषित कटौती सहित ओवरलोड के चलते ट्रिपिंग आदि की समस्या को लेकर आखिरकार ग्रामीणों का धैर्य शुक्रवार को जवाब दे गया और सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ग्रामीणों ने उपकेंद्र का घेराव करते हुए कर्मियों को बंधक बना लिया। घंटों बाद आखिरकार एक्सईएन खुद मौके पर पहुंचे और 2 दिनों में कटौती व ट्रिपिंग की समस्या दूर करने का आश्वासन दिया, तब जाकर धरना खत्म हुआ। उपकेंद्र से संबंधित दर्जनों गांवों में अघोषित बिजली कटौती व ओवरलोड के चलते कुछ-कुछ देर में ट्रिपिंग की समस्या हो रही थी। जिससे ग्रामीणों का बुरा हाल था। शुक्रवार की सुबह दर्जनों की संख्या में ग्रामीण क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में उपकेंद्र पर जुटे और वहां कार्यालय खोलने पहुंचे एसएसओ नरेंद्र कुमार को वहीं पर बंधक बनाकर अपने बीच बिठा लिया। इसके बाद सूचना पाकर एसडीओ पहुंचे तो उन्हें भी वहां बैठाया और नारेबाजी करते हुए मौके पर सैदपुर के एक्सईएन बृजेश कुमार को बुलाने की मांग करने लगे। इस बाबत भाजपा नेता हर्ष सिंह ने बताया कि उन्होंने एक्सईएन से बात किया तो उन्होंने टका सा जवाब देते हुए कहा कि वो वाराणसी जा रहे हैं। जिसके बाद ग्रामीणों की नारेबाजी तेज हो गई और उन्होंने भूख हड़ताल की चेतावनी दे दी। आरोप लगाया कि उपकेंद्र पर क्षमता से अधिक लोड होने के चलते यहां पर हर 5 मिनट में बिजली ट्रिप करती है। साथ ही यहां के जर्जर हो चुके तारों को सिर्फ कागजों में हर 3 से 4 साल में बदल दिया जाता है लेकिन मौके पर लंबे अरसे से वही जर्जर तार पड़े हैं, जिससे आए दिन तार टूटकर गिरते रहते हैं। कहा कि इस भीषण उमस भरी गर्मी में भी यहां के लोगों को आए दिन पूरी रात अंधेरे व गर्मी में बितानी पड़ती है। कहा कि यहां पर 24 घंटों में सिर्फ 3 से 4 घंटे ही बिजली मिलती है। जबकि विभाग 18 से 22 घंटे बिजली देने का दावा करता है। कहा कि हमें 18 घंटे की बजाय 14 घंटे ही बिजली दें लेकिन लगातार दें। ताकि समस्या खत्म हो सके। इधर जब एक्सईएन बृजेश कुमार को पता चला कि मामला बढ़ सकता है और धरना भूख हड़ताल में तब्दील हो सकता है, इसके बाद शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे वो उपकेंद्र पर पहुंचे और धरनारत ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें समझाया। ग्रामीणों ने सईतापट्टी उपकेंद्र से 1 फीडर का लोड कम करने की मांग की तो एक्सईएन ने गोशंदेपुर फीडर को करंडा उपकेंद्र से जोड़ने का भरोसा दिया। साथ ही ओवरलोड से ट्रिपिंग की समस्या को 2 दिनों में खत्म कराकर बिजली सुचारू देने का भरोसा दिया। वहीं यहां पर चोचकपुर से सईतापट्टी के बीच 133 केवी के अन्य उपकेंद्र की स्थापना के बाबत कहा कि अपनी तरफ से इस्टीमेट भेजा गया है। मांग की गई कि जौहरगंज उपकेंद्र से आपूर्ति हटवाकर जमानियां से कराई जाए। ग्रामीणों की मांगों को मौखिक रूप से मानने व आश्वासन देने के बाद शाम 4 बजे धरना खत्म हुआ। इस दौरान पूरे दिन कार्यालय नहीं खुल सका। इस मौके पर प्रधान पंचदेव सिंह, अंकेश सिंह, अभय सिंह, आशीष सिंह, ऋषिकेश सिंह आदि रहे।
गाजीपुर: बिजली की समस्या से आजिज ग्रामीणों के धैर्य ने दिया जवाब, सईतापट्टी विद्युत उपकेंद्र पर कर्मियों को बनाया बंधक
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