
गाजीपुर। जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ प्रशासन ने मोर्चा खोल दिया है। कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार की शाम जिलाधिकारी अविनाश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने गैंगस्टर एवं गुंडा नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्रवाई, लंबित विवेचनाओं और अभियोजन की प्रगति की गहन समीक्षा की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अभियोजन कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को तेज़ करना, गंभीर आपराधिक मामलों में दोषियों को सज़ा दिलाना और अपराध नियंत्रण तंत्र को और सुदृढ़ करना था।
सख्त संदेश:
बैठक के दौरान डीएम अविनाश कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अपराधियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के अंतर्गत दर्ज मामलों की विवेचना समयबद्ध और प्रभावी होनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने कहा कि जिले में कानून का राज स्थापित करने के लिए प्रशासन पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि लंबित विवेचनाओं में तेजी लाई जाए और जिन मामलों में अभियोजन शिथिल है, वहां तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।
प्रमुख निर्देश:
लंबित विवेचनाओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाए।
गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के तहत दर्ज मामलों में साक्ष्य संकलन में तेजी लाई जाए।
अभियोजन पक्ष और पुलिस के बीच समन्वय बेहतर बनाया जाए ताकि न्यायालय में मुकदमों की प्रभावी पैरवी हो सके।
बैठक का संदेश साफ:
प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि जिले में अपराध करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा न जाए। अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ प्रशासन न्याय व्यवस्था को और प्रभावशाली बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।
