गाजीपुर। बीते बुधवार को सैदपुर नगर स्थित एक जन सेवा केंद्र से फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनाए जाने के मामले में पीड़ित की शिकायत पर सैदपुर नगर पंचायत द्वारा शनिवार को जन सेवा केंद्र संचालक के खिलाफ सैदपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है।
सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 12 निवासी नूरशबा को अपने 4 साल की बच्ची स्नेहा और 8 साल के बच्चे अरसलान का आधार कार्ड बनवाना था। जिसके लिए उसे बच्चों के बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत थी। उसके पड़ोस की एक महिला ने बताया कि सैदपुर स्थित जन सेवा केंद्र ए टू जेड स्मार्ट सॉल्यूशन पर बर्थ सर्टिफिकेट बनाया जाता है। जहां से मैं भी अपने बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया है। इसके बाद नूरशबा दुकान संचालक नगर निवासी अजय गुप्ता के यहा पहुची और अपने दोनों बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट ₹600 में बनवाया। जब महिला उक्त बर्थ सर्टिफिकेट लेकर सैदपुर मुख्य डांकघर पहुंची, तो वहां के कर्मचारियों ने बताया कि दोनों बर्थ सर्टिफिकेट पर डेट ऑफ बर्थ एक है। इसे नगर पंचायत से सुधार कराकर ले आओ। सुधार के लिए जब महिला ने अपने बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट नगर पंचायत के कर्मचारियों को दिखाया, तो वह बर्थ सर्टिफिकेट फर्जी निकला। जिसका कोई रिकॉर्ड नगर पंचायत में मौजूद नहीं मिला। इस पर सैदपुर कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज मनोज कुमार के साथ नगर पंचायत कर्मी महिला को लेकर जन सेवा केंद्र पहुंचे। तभी भनक लगते ही जनसेवा केन्द्र संचालक वहां से फरार हो गया।
जिसके क्रम में आज शनिवार को पीड़ित महिला द्वारा की गई शिकायत के आधार पर सैदपुर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने जन सेवा केंद्र संचालक अजय गुप्ता के खिलाफ सैदपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया। सैदपुर थाना अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है। पूछताछ के लिए जन सेवा केंद्र संचालक की तलाश की जा रही है।
: शनिवार की शाम सैदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत महमूदपुर हथिनी गांव में करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। घटना तब हुई, जब किसान खेत में धान के बीज लगाने के लिए अपने पंप से को चालू कर रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्यवाई शुरू कर दी है।
महमूदपुर हथिनी गांव निवासी रामा यादव (47) पुत्र परशुराम यादव शनिवार की शाम खेतों में धान के फसल की तैयारी के सिलसिले में नर्सरी लगाने का काम कर रहा था। नर्सरी में पानी देने के लिए वह अपने पंपसेट पर पहुंचा। जैसे ही उसे ऑन करना चाहा, रामा यादव करंट की चपेट में आ गया। कुछ देर बाद जब परिजनों को इसका पता चला, तो वह रामा यादव को करंट से अलग कर तत्काल सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां जांच कर डॉक्टर ने रामा यादव को मृत घोषित कर दिया। मौत का पता चलते ही मृतक रामा यादव की पत्नी संजू और मां मुगिया देवी सहित सभी परिजनों में कोहराम मच गया। रामा अपने पीछे तीन अविवाहित पुत्रियों और एक पुत्र को छोड़ गए हैं। रामा की मौत ने परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा कर दिया है।
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